चिल्लई कलां (Chillai Kalan) के दौरान पारा माइनस में ही रहता है. डल झील के साथ-साथ पानी की पाइपों में बर्फ जम जाती है. चिल्लई कलां के दौरान सर्दी से बचाव के लिए स्थानीय लोग खाद्यान्न के साथ कोयला, कांगड़ी और बुखारी के लिए लकड़ी आदि पहले से ही जमा कर लेते हैं.
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